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राहु-केतु क्या होते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब राहु- केतु छाया ग्रह है। ज्योतिष शास्त्र को जल्दी सीखने की दृष्टि से समझिए। राहु-केतु वह Power है जो सूर्य और चंद्रमा जैसे बड़े से बड़ों ग्रहों को परास्त कर देते हैं यानी कि राहु- केतु सूर्य चंद्रमा को ग्रहण लगा देते हैं।राहु -केतु को समझाने के लिए एक पौरणिक कथा: स्वरभानु एक राक्षस था जिसने छलपूर्वक अमृत पान कर अमर होने का प्रयास किया।मोहिनी रूप धारण करके विष्णु भगवान अमृत पिला रहे थे जब विष्णु भगवान ने यह देखा तो उन्होंने उस राक्षस का सुदर्शन चक्र से सिर काट दियाउसका सर बना राहु, और धड़ बना केतु।इन्हें ब्रह्मा के वरदान से ग्रहों की संज्ञा मिली । यही इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।

राहु-केतु क्या होते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब  राहु- केतु छाया ग्रह है। ज्योतिष शास्त्र को जल्दी सीखने की दृष्टि से समझिए। राहु-केतु वह  Power  है जो सूर्य और चंद्रमा जैसे बड़े से बड़ों ग्रहों को परास्त कर देते हैं यानी कि राहु- केतु सूर्य चंद्रमा को ग्रहण लगा देते हैं। राहु -केतु को समझाने के लिए एक पौरणिक कथा:  स्वरभानु एक राक्षस था जिसने छलपूर्वक अमृत पान कर अमर होने का प्रयास किया।मोहिनी रूप धारण करके विष्णु भगवान अमृत पिला रहे थे जब विष्णु भगवान ने यह देखा तो उन्होंने उस राक्षस का सुदर्शन चक्र से सिर काट दिया उसका सर बना राहु, और धड़ बना केतु। इन्हें ब्रह्मा के वरदान से ग्रहों की संज्ञा मिली । यही इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।

🚩🪴वेद परिचय🪴🚩1.वेद प्राचीन भारत में रचित विशाल ग्रन्थ हैं। इनकी भाषा संस्कृत है जिसे 'वैदिक संस्कृत' कहा जाता है। ये संस्कृत साहित्य ही नहीं वरन् विश्व साहित्य के प्राचीनतम ग्रन्थ हैं। वेद हिन्दुओं के धर्मग्रन्थ भी हैं। वेदों को 'अपौरुषेय' (जिसे कोई व्यक्ति न कर सकता हो) माना जाता है तथा ब्रह्मा को इनका रचयिता माना जाता है। इन्हें 'श्रुति' भी कहते हैं जिसका अर्थ है 'सुना हुआ' ।'वेद' शब्द संस्कृत भाषा के "विद्" धातु से बना है। 'वेद' का शाब्दिक अर्थ 'ज्ञान के ग्रंथ' है। ये वेद चार हैं, परंतु इन चारों को मिलाकर एक ही 'वेद ग्रंथ' समझा जाता था।एक एव पुरा वेद: प्रणव: सर्ववाङ्मय - महाभारतबाद में वेद को पढ़ना बहुत कठिन प्रतीत होने लगा, इसलिए उसी एक वेद के तीन या चार विभाग किए गए। तब उनको 'वेदत्रयी' अथवा 'चतुर्वेद' कहने लगे।By वनिता कासनियां पंजाब द्वारावर्तमान में विज्ञान शब्द वैसा ही चमत्कारिक है जैसा कि प्राचीनकाल में वेद शब्द था। उस समय चारों वेद विशुद्ध ज्ञान-विज्ञान एवं विद्या के द्योतक थे।

 🚩🪴वेद परिचय🪴🚩 1.वेद प्राचीन भारत में रचित विशाल ग्रन्थ हैं। इनकी भाषा संस्कृत है जिसे 'वैदिक संस्कृत' कहा जाता है। ये संस्कृत साहित्य ही नहीं वरन् विश्व साहित्य के प्राचीनतम ग्रन्थ हैं। वेद हिन्दुओं के धर्मग्रन्थ भी हैं। वेदों को 'अपौरुषेय' (जिसे कोई व्यक्ति न कर सकता हो) माना जाता है तथा ब्रह्मा को इनका रचयिता माना जाता है। इन्हें 'श्रुति' भी कहते हैं जिसका अर्थ है 'सुना हुआ' । 'वेद' शब्द संस्कृत भाषा के "विद्" धातु से बना है। 'वेद' का शाब्दिक अर्थ 'ज्ञान के ग्रंथ' है। ये वेद चार हैं, परंतु इन चारों को मिलाकर एक ही 'वेद ग्रंथ' समझा जाता था। एक एव पुरा वेद: प्रणव: सर्ववाङ्मय - महाभारत बाद में वेद को पढ़ना बहुत कठिन प्रतीत होने लगा, इसलिए उसी एक वेद के तीन या चार विभाग किए गए। तब उनको 'वेदत्रयी' अथवा 'चतुर्वेद' कहने लगे। By वनिता कासनियां पंजाब द्वारा वर्तमान में विज्ञान शब्द वैसा ही चमत्कारिक है जैसा कि प्राचीनकाल में वेद शब्द था। उस समय चारों वेद विशुद्ध ज्ञान-विज्ञान एवं विद्या के द्योतक थे...

#मेष– #घरेलू #उपचारों से अपना स्लीप पैटर्न बेहतर बनाएं आज स्वास्थ्य स्थिर बना रहेगा। आपके द्वारा अपनाए जाने वाले घरेलू उपचारों के जरिए आपके स्लीप पैटर्न में सुधार हो पाएगा। काम स्थिर बना रहेगा, आपके पास बहुत ज्यादा काम होंगे और आप अपनी जिम्मेदारियों को शेडुल करने पर भी ध्यान दे पाएंगी। आज आप #रचनात्मक विचारों से चार्ज रहेंगी और काम पर अपने रिश्तों को सुधारने पर भी ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। आज आपका पारिवारिक जीवन स्थिर बना रहेगा लेकिन व्यस्त दिन होने के कारण आप #सामाजिक दायित्वों से पीछे हट सकती हैं? बाल वनिता महिला आश्रम #लव टिप – #पार्टनर के साथ पुरानी बातों पर बातचीत नहीं करेंएक्टिविटि टिप – सोने से पहले #मेडिटेटिव संगीत सुनेंकार्य के लिए शुभ रंग – कालाप्यार के लिए शुभ रंग – हल्का हराकर्म टिप – ज्यादा भरोसेमंद बनी रहें#वृषभ – समय पर भोजन करना होगा लाभदायकसमय पर भोजन करने की आदत बनाएं, क्योंकि काम में व्यस्तता होने के कारण आपको खाने के समय पर ध्यान देने का मौका नहीं मिल पाएगा। देर रात तक बाहर खाने से परहेज करें। साथ ही लोग क्या कहते हैं, इस बारे में ज्यादा नहीं सोचें। उनकी बातों को चुटकी भर नमक की तरह समझें। अपने फाइनेंशियल पेपर्स को व्यवस्थित बनाएं रखें और सुनिश्चित करें कि सभी चीजें ठीक से कार्य कर सकें। आज पारिवारिक जीवन भी स्थिर बना रहेगा। लेकिन परिवार का कोई बड़ा सदस्य भावनात्मक रूप से कमजोर हो सकता है। रिश्ते पर किसी तरह की सलाह लेने के लिए आपका कोई दोस्त आपके पास आ सकता है।लव टिप – पार्टनर की सेहत पर ध्यान देने की जरूरत हो सकती है, काम शुरू करने से पहले उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताने की कोशिश करेंएक्टिविटि टिप – अपनी अलमारी को व्यवस्थित बनाएं रखेंकार्य के लिए शुभ रंग – हल्का भूराप्यार का शुभ रंग – गहरा नीलाकर्म टिप – चीजों को दूसरे के नजरिए से भी समझे#मिथुन – आज काम पर ध्यान केंद्रित करना होगा आसानस्वास्थ्य स्थिर बना रहेगा, जिससे आप अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम हो पाएंगी। अगर आप नई नौकरी या क्लाइंट की तलाश कर रही हैं, तो आज कुछ सकारात्मक समाचार आने की संभावना है। लेकिन समाचार मिलने के बाद भी सावधान बनी रहें। सहकर्मी के साथ उनकी खराब आदतों को लेकर मनमुटाव नहीं करें। आज आपका पारिवारिक जीवन पीछे छूट सकता है। सामाजिक जीवन भी स्थिर बना रहेगा। आपके भावनात्मक स्वास्थ्य के बारें में जानने के लिए कोई दोस्त आपके पास आ सकता है। आज शाम में आपके कुछ दोस्त आपके मिलने आएंगे, जो आपके लिए एक अच्छा स्ट्रेस बस्टर की तरह होगा।लव टिप – अपने अहंकार के कारण पार्टनर के साथ मनमुटाव नहीं करेंएक्टिविटि टिप – एक्सरसाइज करना शुरू करेंकाम के लिए शुभ रंग – मौवप्यार के लिए शुभ रंग – सफेदकर्म टिप – ज्यादा व्यवस्थित बनी रहें#कर्क – जल्दबाजी में फैसलें करने की कोशिश नहीं करेंस्वास्थ्य संवेदनशील होने की संभावना है।अपना स्टेमिना और हेल्थ को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए आपको कुछ उपचारों का पालन करना पड़ सकता है। आज काम तनावपूर्ण बना रहेगा। कोई आपके जल्दबाजी में लिए फैसलों के लिए आपकी आलोचना कर सकता है। आपको शांत रहने के साथ उनकी प्रतिक्रिया को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है, अन्यथा इससे आपको काम पर ज्यादा तनाव हो सकता है। पारिवारिक जीवन बेहतर बना रहेगा। आपको परिवार के साथ तालमेल बिठाने की आवश्यकता होगी। आज परिवार के किसी बड़े सदस्य के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। आपका सामाजिक जीवन भी धीमा बना रहेगा।लव टिप – अगर आप सिंगल हैं, तो आज आप किसी ऐसे व्यक्ति का ध्यान आकर्षित करेंगी, जिससे आप हाल ही में मिली हैंएक्टिविटि टिप – नमक के पानी से स्नान करना शुरू करेंकार्य के लिए शुभ रंग – गहरा हराप्यार के लिए शुभ रंग – लाइट पिंककर्म टिप – स्वीकार करना शुरू करें#सिंह – अधिक खाने से आपको ज्यादा समस्या हो सकती हैअधिक खाने से परहेज रखें अन्यथा आपको एसिडिटी हो सकती है। साथ ही आप ज्यादा बीमार महसूस कर सकती हैं। आपको दिन के समय भोजन और तरल पदार्थ को लेकर ज्यादा संतुलित रहने की आवश्यकता है। आज काम स्थिर बना रहेगा। नए लोगों से बातचीत करते समय धैर्य बनाएं रखें। अपनी राय और विचारों को थोपने से पहले उनके काम के तरीके को समझे। निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लें। परिवार के सदस्य रुके हुए कार्यो पर स्पष्टता लेने के लिए आपके पास आ सकते हैं। सामाजिक जीवन बेहतर बना रहेगा क्योंकि आपको कई कार्यक्रम में जाने की जरूरत होगी।लव टिप – दिन व्यस्त होने के कारण आपका प्रेम जीवन पीछे छूट सकता हैएक्टिविटि टिप – काम के बाद खेल के लिए समय निकालेंकार्य के लिए शुभ रंग – गहरा नीलाप्यार के लिए शुभ रंग – लालकर्म टिप – किसी भी चीज को व्यक्तिगत रूप से नहीं लें#कन्या – पेट और गला समस्या का कारण बना सकते हैंपेट और गले से जुड़ी समस्याओं के कारण स्वास्थ्य अस्थिर हो सकता है, इसलिए खुद दवा करने से परहेज रखें। इसके बजाय डॉक्टर से मिलें और अपने स्वास्थ्य की पूरी तरह से जांच करवाएं। काम अस्थिर होने के कारण आपको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है। अपने भाई-बहनों के साथ पैसों से जुड़े मामलों को लेकर मनमुटाव नहीं करें। आज सामाजिक जीवन स्थिर बना रहेगा और दोस्त आपके साथ बने रहेंगे, लेकिन लोगों के इरादों पर संदेह करने की गलती नहीं करें।लव टिप – आज पार्टनर का सहयोग मिलेगा और इससे आपको पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का वक्त मिलेगाएक्टिविटी टिप – काम के बीच डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना शुरू करेंकार्य के लिए शुभ रंग – गहरा गुलाबीप्यार के लिए शुभ रंग – सफेदकर्म टिप – ज्यादा निर्णायक बनी रहें#तुला – कई मीटिंग्स के कारण आपका काम व्यस्त हो सकता हैस्वास्थ्य स्थिर बना रहेगा। अगर आप दिन भर काम करेंगी, तो आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। आज कई मीटिंग्स होने के कारण आपका काम ज्यादा व्यस्त हो सकता है। लेकिन कुछ अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए सीनियर्स आप पर निर्भर हो सकते हैं। आज परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। काम से जुड़ी किसी सलाह के लिए आपका कोई भाई-बहन आपसे बात कर सकता है। सामाजिक जीवन धीमा होने की संभावना है।लव टिप – पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं क्योंकि आज वे भावनात्मक रूप से कमजोर हो सकते हैंएक्टिविटि टिप – समय पर सोएंकार्य के लिए शुभ रंग – हल्का नीलाप्यार के लिए शुभ रंग – मौवकर्म टिप – अपने मन की गति को धीमा करने की कोशिश करें#वृश्चिक – जल्दी सोने की आदत होगी लाभदायकजल्दी सोने की आदत बनाएं अन्यथा दिन के आखिर तक आपको मानसिक और भावनात्मक तनाव होने की संभावना हो सकती है। किसी जरूरी कार्य में देरी तनाव का कारण बन सकती है। आज आप नए विचारों से चार्ज रहेंगी, लेकिन दूसरों की सीमाओं के कारण परेशान भी हो सकती हैं। आपका पारिवारिक जीवन स्थिर बना रहेगा। साथ ही कोई भाई-बहन आपके स्वास्थ्य की जांच के लिए आपके पास आ सकता है। सामाजिक जीवन धीमा होने की संभावना है।लव टिप – अगर आप सिंगल हैं, तो मेट्रिमोनियल साइट के माध्यम से नए लोगों से मिल सकती हैंएक्टिविटी टिप – कोई कार्डियो वर्कआउट करना शुरू करेंकार्य के लिए शुभ रंग – हल्का हराप्यार का शुभ रंग – ग्रेकर्म टिप – बहुत ज्यादा नहीं सोचे#धनु – इमोशनल ईटिंग से दूर रहने की कोशिश करेंइमोशनल ईटिंग करने से परहेज रखें। साथ ही समय पर सोने की आदत बनाएं क्योंकि आपको किसी बात को लेकर तनाव हो सकता है। आज किसी सहकर्मी से निपटना मुश्किल हो सकता है। दिन का दूसरा भाग भावनात्मक रूप से बोझिल होगा, क्योंकि काम धीमा होने के अलावा किसी सीनियर की आलोचना का सामना करना पड़ सकता है। आज परिवार का कोई सदस्य भावनात्मक रूप से कमजोर हो सकता है। आप उनसे बातचीत करने से साथ उन्हें बेहतर महसूस करने में मदद भी करेंगी। सोशल एप के जरिए आप किसी पुराने दोस्त से फिर से जुड़ सकती हैं।लव टिप – अपने पार्टनर को हल्के में लेने की गलती नहीं करेंएक्टिविटि टिप – सोने से पहले कोई किताब पढ़ेंकार्य के लिए शुभ रंग – पीलाप्यार के लिए शुभ रंग – ग्रेकर्म टिप – अपने अतीत को जाने देंमकर – ठंडी चीजों से परहेज करने की जरूरत होगीगले से जुड़ी समस्याओं के कारण स्वास्थ्य संवेदनशील हो सकता है। इसका कारण ठंडी चीजों का सेवन करना या मौसम के बदलाव हो सकता है। सहकर्मियों के देरी करने के कारण काम अस्त-व्यस्त हो सकता है। चीजों को पूरा करने के लिए आप काम पर निर्भर हो सकती हैं। आर्थिक तनाव के कारण काम में देरी होने की संभावना है। आज आपका पारिवारिक जीवन और सामाजिक जीवन स्थिर बना रहेगा लेकिन आपके पास जाने के लिए कुछ सभा हो सकती है। आप कुछ समय अकेले बिताने और अपने शरीर और दिमाग पर काम करने के लिए बिताना चाहेंगी।लव टिप – अपने पार्टनर के लिए बेहतर श्रोता बने, फिर भले ही आपके पास अपनी बात कहने या साबित करने के लिए बहुत कुछ होएक्टिविटि टिप – आभार व्यक्त करने का प्रयास करेंकार्य के लिए शुभ रंग – हल्का नीलाप्यार के लिए शुभ रंग – गहरा हराकर्म टिप – ज्यादा गंभीर बनी रहें#कुंभ – डाइट में फाइबर और तरल पदार्थ शामिल करेंआज स्वास्थ्य स्थिर बना रहेगा। अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर और तरल पदार्थ लें। नींद में समस्या होने की संभावना भी है। आज दिन के पहले भाग में काम स्थिर बना रहेगा। लेकिन कुछ जरूरी मीटिंग्स होंगी, जो योजना के अनुसार ही चलेंगी। दिन का दूसरा भाग तनावपूर्ण बना रहेगा, क्योंकि आपको कई कार्य एक साथ करने की जरूरत होगी। भाई-बहन या परिवार के किसी सदस्य के भावनात्मक रूप से तनावग्रस्त होने के कारण पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण बना रहेगा। आज आपका सामाजिक जीवन भी व्यस्त बना रहेगा।लव टिप – आज पार्टनर चिड़चिड़े हो सकते हैं, उन्हें स्पेस देने की कोशिश करेंएक्टिविटि टिप – ध्यान करने में समय व्यतीत करेंकार्य के लिए शुभ रंग – हल्का हराप्यार के लिए शुभ रंग – लालकर्म टिप – ज्यादा संतुलित बनी रहें#मीन – आज नींद में समस्या होने की संभावना हैअधूरी नींद और मौसम में बदलाव के कारण आपको कमजोरी महसूस हो सकती हैं। इसलिए आपको अपनी इमयुनिटी पर काम करने की आवश्यकता हैं। आज आपका काम मानसिक रूप से डिमांडिंग रहेगा क्योंकि आपको कई कार्य एक साथ करने की जरूरत होगी। दिन के पहले भाग में आपको अत्यधिक जिम्मेदारियां भी मिल सकती है। आज परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता भी हो सकती है। आपको उनके साथ डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता होगी। दिन व्यस्त होने के कारण आपका सामाजिक जीवन पीछे छुट सकता हैं।लव टिप – आज आपका पार्टनर मूडी हो सकता है, इसलिए चीजों को व्यक्तिगत रूप से नहीं लेंएक्टिविटी टिप – प्रकृति के बीच समय बिताएंकार्य के लिए शुभ रंग – सफेदप्यार के लिए शुभ रंग – गहरा नीलाकर्म टिप – समस्याओं को ज्यादा नहीं बढ़ाएं

#मेष– #घरेलू #उपचारों से अपना स्लीप पैटर्न बेहतर बनाएं  आज स्वास्थ्य स्थिर बना रहेगा। आपके द्वारा अपनाए जाने वाले घरेलू उपचारों के जरिए आपके स्लीप पैटर्न में सुधार हो पाएगा। काम स्थिर बना रहेगा, आपके पास बहुत ज्यादा काम होंगे और आप अपनी जिम्मेदारियों को शेडुल करने पर भी ध्यान दे पाएंगी। आज आप #रचनात्मक विचारों से चार्ज रहेंगी और काम पर अपने रिश्तों को सुधारने पर भी ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। आज आपका पारिवारिक जीवन स्थिर बना रहेगा लेकिन व्यस्त दिन होने के कारण आप #सामाजिक दायित्वों से पीछे हट सकती हैं?  बाल वनिता महिला आश्रम  #लव टिप – #पार्टनर के साथ पुरानी बातों पर बातचीत नहीं करें एक्टिविटि टिप – सोने से पहले #मेडिटेटिव संगीत सुनें कार्य के लिए शुभ रंग – काला प्यार के लिए शुभ रंग – हल्का हरा कर्म टिप – ज्यादा भरोसेमंद बनी रहें #वृषभ – समय पर भोजन करना होगा लाभदायक समय पर भोजन करने की आदत बनाएं, क्योंकि काम में व्यस्तता होने के कारण आपको खाने के समय पर ध्यान देने का मौका नहीं मिल पाएगा। देर रात तक बाहर खाने से परहेज करें। साथ ही लोग क्या कहते हैं, इस बारे में ...

ऋषि सुनक ... पूर्व जन्म में किए हुए पुण्य कर्मों का फलसूर्य लग्न कुंडली और चंद्र लग्न कुंडली समान है.राशि परिवर्तन योग ( सूर्य : मंगल ).मंगल-शनि-राहु-गुरु युति योग ( बहुआयामी साहसिक कूटनीतिज्ञ )शनि की चाल ले जा रही है उनको ताज तक ...ऋषि शुनक कुलपति थे जो कम से कम दस हजार शिष्यों के गुरुकुल के आदि गुरू को ही कहा जाता था।।पुराणों में इनका और सप्त ऋषियों का विस्तृत वर्णन मिलता है और अन्य ऋषियों के साथ इनके द्वारा कई अश्वमेध यज्ञ करवाए जाने का उल्लेख भी मिलता है,,ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने वाले ऋषि सुनक इसी वैदिक आचार्य के वंशज हैं। ऋषि सुनक के दादा 1934 के आसपास गुजरांवाला से अफ़्रीका चले गए थे और इसके बाद ब्रिटेन। यहीं इनका जन्म हुआ, अपने वैदिक पूर्वज के नाम पर नवजात के दादा ने बच्चे का नामकरण किया ---#ऋषि सुनक !वैदिक आचार्य गोमांस खाते थे या नहीं इस पर घोर विवाद है। एक मैथिल इतिहासकार इसके लिए जीवन भर अपमानित होते रहे। लेकिन आचार्य शुनक के वंशज ऋषि सुनक शायद ख़ुद तो बीफ़ नहीं खाते हैं, लेकिन उसके प्रचारक ज़रूर हैं। उनके संसदीय क्षेत्र के लोग बीफ़ का प्रचुर उत्पादन करते हैं।By वनिता कासनियां पंजाबएक वैदिक आचार्य के वंशज को इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बनने की बधाई !लगान से लगाम तक। सिर्फ 75 साल में।बना इतिहास, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे भारतीय मूल के #ऋषि सुनक, 28 अक्टूबर को शपथ।जिस इंग्लैंड ने वर्षों तक हमको गुलाम रखा आज उसी इंग्लैंड (ब्रिटेन) का प्रधानमंत्री (राजा) भारतीय बनाशिक्षा -समय बहुत बलवान है🇮🇳🇮🇳गर्व से कहो हम हैं हिंदुस्तानी🇮🇳#ऋषि सुनकजय हिंद ।

ऋषि सुनक ... पूर्व जन्म में किए हुए पुण्य कर्मों का फल सूर्य लग्न कुंडली और चंद्र लग्न कुंडली समान है. राशि परिवर्तन योग ( सूर्य : मंगल ). मंगल-शनि-राहु-गुरु युति योग  ( बहुआयामी साहसिक कूटनीतिज्ञ ) शनि की चाल ले जा रही है उनको ताज तक ... ऋषि शुनक कुलपति थे जो कम से कम दस हजार शिष्यों के गुरुकुल के आदि गुरू को ही कहा जाता था।। पुराणों में इनका और सप्त ऋषियों का विस्तृत वर्णन मिलता है और अन्य ऋषियों के साथ इनके द्वारा कई अश्वमेध यज्ञ करवाए जाने का उल्लेख भी मिलता है,, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने वाले ऋषि सुनक इसी वैदिक आचार्य के वंशज हैं।  ऋषि सुनक के दादा 1934 के आसपास गुजरांवाला से अफ़्रीका चले गए थे और इसके बाद ब्रिटेन।  यहीं इनका जन्म हुआ, अपने वैदिक पूर्वज के नाम पर नवजात के दादा ने बच्चे का नामकरण किया --- #ऋषि सुनक ! वैदिक आचार्य गोमांस खाते थे या नहीं इस पर घोर विवाद है।  एक मैथिल इतिहासकार इसके लिए जीवन भर अपमानित होते रहे।  लेकिन आचार्य शुनक के वंशज ऋषि सुनक शायद ख़ुद तो बीफ़ नहीं खाते हैं, लेकिन उसके प्रचारक ज़रूर हैं। उनके संसदीय क्...

कुंडली कैंसे देखी जाती है ? By वनिता कासनियां पंजाब? कुण्डली देखने के सामान्य नियम । लघु पाराशरी ग्रन्थ में महर्षि पाराशर ने फलादेश के लिए सूत्र दिए हैं।सभी ग्रह जिस स्‍थान पर बैठे हों, उससे सातवें स्‍थान को देखते हैं।🪐 शनि तीसरे व दसवें,गुरु नवम व पंचम तथामंगल चतुर्थ व अष्‍टम स्‍थान को विशेष देखते हैं।लग्‍न, पंचम और नवम भाव को त्रिकोण कहते हैं, कोई भी ग्रह त्रिकोण का स्‍वामी होने पर शुभ फलदायक होता है।तीसरे, छठे और ग्‍यारहवें भाव को त्रिषडाय कहते हैं।त्रिषडाय का स्‍वामी हो तो पाप फलदायक होता है त्रिषडाय के अधिपति स्‍वराशि के होने पर पाप फल नहीं देते हैं- काटवे।सौम्‍य ग्रह (बुध, गुरु, शुक्र और पूर्ण चंद्र) यदि केन्‍द्रों के स्‍वामी हो तो शुभ फल नहीं देते हैं।क्रूर ग्रह (रवि, शनि, मंगल, क्षीण चंद्र और पापग्रस्‍त बुध) यदि केन्‍द्र के अधिपति हों तो वे अशुभ फल नहीं देते हैं। ये अधिपति भी उत्‍तरोतर क्रम में बली हैं। (यानी चतुर्थ भाव से सातवां भाव अधिक बली, तीसरे भाव से छठा भाव अधिक बली)लग्‍न से दूसरे अथवा बारहवें भाव के स्‍वामी दूसरे ग्रहों के सहचर्य से शुभ अथवा अशुभ फल देने में सक्षम होते हैं। इसी प्रकार अगर वे स्‍व स्‍थान पर होने के बजाय अन्‍य भावों में हो तो उस भाव के अनुसार फल देते हैं। (नोट: इन भावों के अधिपतियों का खुद का कोई आत्‍मनिर्भर रिजल्‍ट नहीं होता है।)अष्‍टम स्‍थान भाग्‍य भाव का व्‍यय स्‍थान है (सरल शब्‍दों में आठवां भाव नौंवे भाव से बारहवें स्थान पर पड़ता है),अत: शुभफलदायी नहीं होता है। यदि लग्‍नेश भी हो तभी शुभ फल देता है (यह स्थिति केवल मेष और तुला लग्‍न में आती है)।शुभ ग्रहों के केन्‍द्राधिपति होने के दोष गुरु और शुक्र के संबंध में विशेष हैं। ये ग्रह केन्‍द्राधिपति होकर मारक स्‍थान (दूसरे और सातवें भाव) में हों या इनके अधिपति हो तो बलवान मारक बनते हैं।केन्‍द्राधिपति दोष शुक्र की तुलना में बुध का कम और बुध की तुलना में चंद्र का कम होता है। इसी प्रकार सूर्य और चंद्रमा को अष्‍टमेष होने का दोष नहीं लगता है।मंगल दशम भाव का स्‍वामी हो तो शुभ फल देता है। किंतु यही त्रिकोण का स्‍वामी भी हो तभी शुभफलदायी होगा। केवल दशमेष होने से नहीं देगा। (यह स्थिति केवल कर्क लग्‍न में ही बनती है)राहू और केतू जिन जिन भावों में बैठते हैं, अथवा जिन जिन भावों के अधिपतियों के साथ बैठते हैं तब उन भावों अथवा साथ बैठे भाव अधिपतियों के द्वारा मिलने वाले फल ही देंगे। (यानी राहू और केतू जिस भाव और राशि में होंगे अथवा जिस ग्रह के साथ होंगे, उसके फल देंगे।)। फल भी भावों और अधिपतियो के मु‍ताबिक होगा।-ऐसे केन्‍द्राधिपति और त्रिकोणाधिपति जिनकी अपनी दूसरी राशि भी केन्‍द्र और त्रिकोण को छोड़कर अन्‍य स्‍थानों में नहीं पड़ती हो, तो ऐसे ग्रहों के संबंध विशेष योगफल देने वाले होते हैं।-बलवान त्रिकोण और केन्‍द्र के अधिपति खुद दोषयुक्‍त हों, लेकिन आपस में संबंध बनाते हैं तो ऐसा संबंध योगकारक होता है।धर्म और कर्म स्‍थान के स्‍वामी अपने अपने स्‍थानों पर हों अथवा दोनों एक दूसरे के स्‍थानों पर हों तो वे योगकारक होते हैं। यहां कर्म स्‍थान दसवां भाव है और धर्म स्‍थान नवम भाव है। दोनों के अधिपतियों का संबंध योगकारक बताया गया है।नवम और पंचम स्‍थान के अधिपतियों के साथ बलवान केन्‍द्राधिपति का संबंध शुभफलदायक होता है। इसे राजयोग कारक भी बताया गया है।योगकारक ग्रहों (यानी केन्‍द्र और त्रिकोण के अधिपतियों) की दशा में बहुधा राजयोग की प्राप्ति होती है। योगकारक संबंध रहित ऐसे शुभ ग्रहों की दशा में भी राजयोग का फल मिलता है।योगकारक ग्रहों से संबंध करने वाला पापी ग्रह अपनी दशा में तथा योगकारक ग्रहों की अंतरदशा में जिस प्रमाण में उसका स्‍वयं का बल है, तदअनुसार वह योगज फल देगा। (यानी पापी ग्रह भी एक कोण से राजयोग में कारकत्‍व की भूमिका निभा सकता है।)-यदि एक ही ग्रह केन्‍द्र व त्रिकोण दोनों का स्‍वामी हो तो योगकारक होता ही है। उसका यदि दूसरे त्रिकोण से संबंध हो जाए तो उससे बड़ा शुभ योग क्‍या हो सकता है.-राहू अथवा केतू यदि केन्‍द्र या त्रिकोण में बैइे हों और उनका किसी केन्‍द्र अथवा त्रिकोणाधिपति से संबंध हो तो वह योगकारक होता है।उत्तर का मूल स्रोत है सोशल मीडिया पर बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम के ग्रुप पर प्राप्त जानकारी चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।

कुंडली कैंसे देखी जाती है ? By वनिता कासनियां पंजाब? कुण्डली देखने के सामान्य नियम । लघु पाराशरी ग्रन्थ में महर्षि पाराशर ने फलादेश के लिए सूत्र दिए हैं। सभी ग्रह जिस स्‍थान पर बैठे हों, उससे सातवें स्‍थान को देखते हैं। 🪐 शनि तीसरे व दसवें, गुरु नवम व पंचम तथा मंगल चतुर्थ व अष्‍टम स्‍थान को विशेष देखते हैं। लग्‍न, पंचम और नवम भाव को त्रिकोण कहते हैं, कोई भी ग्रह त्रिकोण का स्‍वामी होने पर शुभ फलदायक होता है। तीसरे, छठे और ग्‍यारहवें भाव को त्रिषडाय कहते हैं।त्रिषडाय का स्‍वामी हो तो पाप फलदायक होता है त्रिषडाय के अधिपति स्‍वराशि के होने पर पाप फल नहीं देते हैं- काटवे। सौम्‍य ग्रह (बुध, गुरु, शुक्र और पूर्ण चंद्र) यदि केन्‍द्रों के स्‍वामी हो तो शुभ फल नहीं देते हैं। क्रूर ग्रह (रवि, शनि, मंगल, क्षीण चंद्र और पापग्रस्‍त बुध) यदि केन्‍द्र के अधिपति हों तो वे अशुभ फल नहीं देते हैं। ये अधिपति भी उत्‍तरोतर क्रम में बली हैं। (यानी चतुर्थ भाव से सातवां भाव अधिक बली, तीसरे भाव से छठा भाव अधिक बली) लग्‍न से दूसरे अथवा बारहवें भाव के स्‍वामी दूसरे ग्रहों के सहचर्य से शुभ अथवा अशुभ फल देने में स...

इंसानी दिमाग के बारे कुछ चकित कर देने वाले रोचक तथ्य क्या हैं? By वनिता कासनियां पंजाब द्वारा1.] हमारे दिमाग में कई ऐसे हिस्से है जो बंद पड़े है और वो हिस्से तभी खुलते है जब हम दिमाग से कसरत करवाते है कहने का मतलब आप जितना अधिक सीखते चले जाओगे, जितना अधिक दिमाग का इस्तेमाल करके उससे काम करवाओगे उतनी ही तेज़ी से आपके दिमाग के बंद हिस्से खुलने शुरू हो जाएंगे और आपका दिमाग तेज़ होना शुरू हो जाएगा। इसलिए लगातार अपनी फील्ड के बारे में पढ़ते जाएं और नया सीखते जाएं।2.] हम कोई भी वस्तु अपने आंखों से नहीं बल्कि अपने दिमाग़ की मदद से देख पाते हैं आंख सिर्फ information लेता है और उसका प्रतिबिम्ब रेटिना पर बनाकर हमारे दिमाग़ तक पहुँचाता है।3.] पूरे दिन की तुलना में लंच के बाद हमारी याददाश्त सबसे ज़्यादा कमजोर होती है।4.] किसी के ना बोलने पर भी खुद का नाम सुनाई देना एक स्वस्थ दिमाग की निशानी है।5 ] पूरी जिंदगी में हमारा दिमाग लगभग 10 लाख GB डेटा स्टोरकरता हैं।

इंसानी दिमाग के बारे कुछ चकित कर देने वाले रोचक तथ्य क्या हैं? By वनिता कासनियां पंजाब द्वारा 1.] हमारे दिमाग में कई ऐसे हिस्से है जो बंद पड़े है और वो हिस्से तभी खुलते है जब हम दिमाग से कसरत करवाते है कहने का मतलब आप जितना अधिक सीखते चले जाओगे, जितना अधिक दिमाग का इस्तेमाल करके उससे काम करवाओगे उतनी ही तेज़ी से आपके दिमाग के बंद हिस्से खुलने शुरू हो जाएंगे और आपका दिमाग तेज़ होना शुरू हो जाएगा। इसलिए लगातार अपनी फील्ड के बारे में पढ़ते जाएं और नया सीखते जाएं। 2.] हम कोई भी वस्तु अपने आंखों से नहीं बल्कि अपने दिमाग़ की मदद से देख पाते हैं आंख सिर्फ information लेता है और उसका प्रतिबिम्ब रेटिना पर बनाकर हमारे दिमाग़ तक पहुँचाता है। 3.] पूरे दिन की तुलना में लंच के बाद हमारी याददाश्त सबसे ज़्यादा कमजोर होती है। 4.] किसी के ना बोलने पर भी खुद का नाम सुनाई देना एक स्वस्थ दिमाग की निशानी है। 5 ] पूरी जिंदगी में हमारा दिमाग लगभग 10 लाख GB डेटा स्टोर करता हैं।

सूर्य ग्रहण का किस राशि पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा?By वनिता कासनियां पंजाब आज 25 अक्टूबर 2022 को दीपावली के बाद जो खंडग्रास सूर्य ग्रहण लग रहा है उसका सबसे ज्यादा प्रभाव तुला राशि पर है क्योंकि यह ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र पर है। तुला राशि वालों के लिए घात यानी कि विशेष कष्ट दिखा रहा है बाकी राशिफल इस प्रकार जाने। ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव राशिफल।मेष राशि जीवनसाथी को कष्टवृष राशि सुखमिथुन राशि चिंता अधिक खर्च कार्य विलंबकर्क राशि कष्टसिंह राशि धन लाभकन्या राशि क्षति हानितुला राशि चोट भय चिंता वृश्चिक राशि हानिधनु राशि लाभ और उन्नतिमकर राशि सुखकुंभ राशि अपमानमीन राशि मृत्यु तुल्य कष्ट।यही इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।

सूर्य ग्रहण का किस राशि पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा? By वनिता कासनियां पंजाब आज 25 अक्टूबर 2022 को दीपावली के बाद जो खंडग्रास सूर्य ग्रहण लग रहा है उसका सबसे ज्यादा प्रभाव तुला राशि पर है क्योंकि यह ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र पर है। तुला राशि वालों के लिए घात यानी कि विशेष कष्ट दिखा रहा है बाकी राशिफल इस प्रकार जाने। ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव राशिफल। मेष राशि  जीवनसाथी को कष्ट वृष राशि  सुख मिथुन राशि  चिंता अधिक खर्च कार्य विलंब कर्क राशि  कष्ट सिंह राशि  धन लाभ कन्या राशि  क्षति हानि तुला राशि  चोट भय चिंता वृश्चिक राशि  हानि धनु राशि  लाभ और उन्नति मकर राशि  सुख कुंभ राशि  अपमान मीन राशि  मृत्यु तुल्य कष्ट। यही इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।