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कुण्डली में कमजोर चंद्र के लक्षण क्या हैं?By वनिता कासनियां पंजाबसबसे पहले जवाब दिया गया: कुण्डली में कमजोर चंद्र के लक्षण क्या है?कैसे जानें कि चन्द्र खराब है...* माता का बीमार होना या घर के जलस्रोतों का सूख जाना भी चन्द्र केअशुभ होने की निशानी है। * महसूस करने की क्षमता क्षीण हो जातीहै। * राहु, केतु या शनि के साथ होने से तथा उनकी दृष्टि चन्द्र पर पड़नेसे चन्द्र अशुभ हो जाता है। * मानसिक रोगों का कारण भी चन्द्र कोमाना गया है।चंद्रमा के स्वामी भगवान शिव हैं, इसलिए शिव की पूजा की जाए तो हरविपरीत स्थितियां सुधर सकती हैं। सोमवार का व्रत करना, पूर्णिमा काव्रत करना, शंकर जी को दूध से स्नान कराना और सोमवार को सफेदवस्तुओं का दान करना चाहिए। इसके अलावा लाल किताब में वर्णित हैंकुछ आसान से उपाय... किसी जानकार से पूछकर जरूर आजमाएं....चंद्रमा कमजोर है तो इन 20 उपायों को आजमाएं,1: वट वृक्ष की जड़ में पानी डालें2: चारपाई के चारों पायों पर चांदी की कीले लगाएं3: शरीर पर चांदी धारण करें4: व्यक्ति को देर रात्रि तक नहीं जागना चाहिए। रात्रि के समय घूमने-फिरने तथा यात्रा से बचना चाहिए।5: पूर्णिमा के दिन शिव जी को खीर का भोग लगाएं6: मकान की नीव में चांदी दबाएं7: माता का आशीर्वाद लें8: चांदी का कड़ा धारण करें9 : पानी,दूध, चावल का दान करें10: चांदी, चावल व दूध का कारोबार न करें11: माता से चांदी लेकर अपने पास रखें12: घर में किसी भी स्थान पर पानी का जमाव न होने पाए13 : ब्रह्मचर्य का पालन करें14: बेईमानी और लालच ना करें, झूठ बोलने से परहेज करें15: 11 सोमवार नियमित रूप से 9 कन्याओं को खीर का प्रसाद दें16: सोमवार को सफेद कपड़े में चावल, मिश्री बांधकर बहते पानी में प्रवाहित करें17: श्मशान में पानी की टंकी या हैण्डपम्प लगवाएं18: चांदी का चोकोर टुकडा अपने पास रखें19: रात के समय दूध ना पीयें20: माता-सास की सेवा करें।.

कुण्डली में कमजोर चंद्र के लक्षण क्या हैं? By वनिता कासनियां पंजाब सबसे पहले जवाब दिया गया: कुण्डली में कमजोर चंद्र के लक्षण क्या है? कैसे जानें कि चन्द्र खराब है... * माता का बीमार होना या घर के जलस्रोतों का सूख जाना भी चन्द्र के अशुभ होने की निशानी है। * महसूस करने की क्षमता क्षीण हो जाती है। * राहु, केतु या शनि के साथ होने से तथा उनकी दृष्टि चन्द्र पर पड़ने से चन्द्र अशुभ हो जाता है। * मानसिक रोगों का कारण भी चन्द्र को माना गया है। चंद्रमा के स्वामी भगवान शिव हैं, इसलिए शिव की पूजा की जाए तो हर विपरीत स्थितियां सुधर सकती हैं। सोमवार का व्रत करना, पूर्णिमा का व्रत करना, शंकर जी को दूध से स्नान कराना और सोमवार को सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए। इसके अलावा लाल किताब में वर्णित हैं कुछ आसान से उपाय... किसी जानकार से पूछकर जरूर आजमाएं.... चंद्रमा कमजोर है तो इन 20 उपायों को आजमाएं, 1: वट वृक्ष की जड़ में पानी डालें 2: चारपाई के चारों पायों पर चांदी की कीले लगाएं 3: शरीर पर चांदी धारण करें 4: व्यक्ति को देर रात्रि तक नहीं जागना चाहिए। रात्रि के समय घूमने-फिरने तथा यात्रा से बचना चाहिए...

वनिता कासनियां पंजाब

https://youtu.be/hoSeCigrxs0 स्प्राउट्स कैसे बनाए जाते हैं?  By वनिता कासनियां पंजाब  किसी भी साबुत अनाज, जो दो वर्ष से अधिक पुराना न हो, उससे स्प्राउट्स बनाए जा सकते हैं। स्प्राउट्स अर्थात अंकुरित अनाज। विश्व मे सबसे अधिक स्प्राउट्स मूंग से बनाए जाते हैं। भारत मे भी मूंग, मोठ, चना, चवली(लोबिया), मटर, मसूर व मूंगफली को अंकुरित करके खाने का चलन है। इसे बनाने हेतु अनाज को अच्छी साफ करके पानी से धोकर 8/10 घंटे 3 गुना पानी मे डाल कर फूलने हेतु रखें। कठोरता के अनुसार वह 6 से 12 घंटे मे अच्छी तरह पानी सोख कर फूल जाऐगा। अब उसका शेष पानी निकाल कर किसी साफ गीले कपडे मे पोटली मे बांध कर किसी बर्तन मे ढक कर रख दें। ढक्कन इतना टाईट न हो कि हवा भी न जा सके। आजकल इस हेतु विशेष तौर पर बने प्लास्टिक के तीन खंड के डब्बे उपलब्ध हैं। अलग अलग अनाजों के अनुसार 6 से 12 घंटों मे अच्छे अंकुर निकल आऐंगे। मूंग, मोठ व मसूर मे अंकुर 6/7 घंटे मे व चने, मटर, लोबिया व मूंगफली मे 12/18 घंटों मे अंकुर आ जाते हैं। अब इन्हे साफ पानी से बिना रगडे धो लें, ताकि अंकुर न टूटें। ये अब किसी भी प्रकार से खाने हेतु तैया...